पंढरपुर (महाराष्ट्र) के ‘क्रांतिवीर वसंतदादा बडवे न्यास’द्वारा सनातन संस्था के प्रवक्ता श्री. अभय वर्तक को ‘हिंदुत्व शौर्य’ पुरस्कार प्रदान

‘क्रांतिवीर वसंतदादा बडवे न्यास’द्वारा

‘हिंदुत्व शौर्य’ पुरस्कार प्रदान कार्यक्रम संपन्न !

श्री. अभय वर्तक को पुरस्कार प्रदान करते हुए बार्इं ओर से ह. भ. प. शंकर महाराज बडवे एवं श्री. वर्तक के बार्इं ओर ह. भ. प. रामकृष्ण वीर महाराज

पंढरपुर (महाराष्ट्र) : यहां के ‘क्रांतिवीर वसंतदादा बडवे न्यास’द्वारा सनातन संस्था के प्रवक्ता श्री. अभय वर्तक को १९ अक्तूबर को ह.भ.प. शंकर महाराज बडवे के शुभहाथों ‘हिंदुत्व शौर्य’ पुरस्कार प्रदान किया गया। पुरस्कार प्रदान कार्यक्रम यहां के ‘क्रांतिवीर वसंतदादा बडवे पुतला, रुक्मिणी मैदान’ में संपन्न हुआ।

इस कार्यक्रम को संत एवं हिंदुत्वनिष्ठोंकी उपस्थिति रही।

‘परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी की

कृपा से ही यह गौरव संभव’ – श्री. अभय वर्तक

पुरस्कार स्वीकृत किये जाने पर अपना मनोगत व्यक्त करते हुए श्री. वर्तक ने कहा कि, आज मेरे समान एक साधारण साधक को क्रांतिवीर वसंतदादा बडवे ट्रस्ट की ओर से ‘क्रांतिवीर वसंतदादा बडवे शौर्य पुरस्कार’ दिया जा रहा है, इस विषय में मैं कृतज्ञ हूं।

मेरी ऐसी भावना है कि, यह पुरस्कार अर्थात धर्म के लिए प्राण न्योछावर करनेवाले शूर वीर हिन्दुओंको मिला पुरस्कार है !

आज, मैं आप को समाचार वाहिनियों पर दिखाई देता हूं, परंतु मैं ‘सनातन’ का एक कण मात्र अंश हूं, आज मेरे समान सनातन के अनेकों साधक, समाज में घर-घर जाकर ‘सनातन हिन्दू धर्म’ का प्रसार कर रहे हैं। हिन्दू धर्म पर कुचेष्टा से की गई आलोचनाओंका प्रतिवाद करना, हिन्दू धर्म की वैचारिक रूप से सुरक्षा करना आज प्रत्येक ‘हिन्दू’ का कर्तव्य है।

मुझे सनातन संस्था ने यह अवसर उपलब्ध करवा दिया। मुझे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि, जिनके दिशादर्शन से हम धार्मिकदृष्टि से जागृत धर्माभिमानी हुए, उन परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी की कृपा से ही मेरा आज यहां सम्मान हो रहा है।

वास्तव में, मेरी यह पुरस्कार ग्रहण करने की योग्यता नहीं है; क्यों कि जिस हिन्दू समाज को हिन्दवी स्वराज्य संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज, स्वातंत्र्यवीर सावरकर, क्रांतिवीर वसंतदादा बडवे के शौर्य की परंपरा है, उन के शौर्य की योग्यता कोई नहीं कर सकता !

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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