चीनी कपूर के दुष्परिणाम !

गत कुछ दिनों से सामाजिक माध्यमों से चीनी कपूर के वृक्षों के विषय में वेग से संदेश फैलाया जा रहा है । वैसे तो कपूर से सभी परिचित हैं; परंतु ‘वह कहां मिलता है ? कैसे निर्माण होता है ?’ इस विषय में अनेक लोगों को पता नहीं । ‘कपूर के पेड अपने आसपास आधा किलोमीटर परिसर तक की हवा शुद्ध करते हैं’, ऐसी अशास्त्रीय जानकारी सामाजिक जालस्थलों के माध्यम से फैलाई जा रही है ।

आपातकाल की तैयारी स्‍वरूप वर्षा ऋतु में प्राकृतिक रूप से उगी हुई औषधीय वनस्‍पतियां संग्रहित करें ! (भाग २)

लेख के इस भाग में हम गरखा और छकुंड (चक्रमर्द) इन २ वनस्‍पतियों की जानकारी समझते हैं ।

आपातकाल की तैयारी स्‍वरूप वर्षा ऋतु में प्राकृतिक रूप से उगी हुई औषधीय वनस्‍पतियां संग्रहित करें ! (भाग १)

भावी भीषण विश्‍वयुद्ध के काल में डॉक्‍टर, वैद्य, बाजार में औषधियां आदि उपलब्‍ध नहीं होंगी । ऐसे समय हमें आयुर्वेद का ही आधार रहेगा । क्रमशः प्रकाशित होनेवाले लेख के इस भाग में ‘प्राकृतिक वनस्‍पतियों का संग्रह कैसे करना चाहिए’, इससे संबंधित जानकारी

मदार (रुई) के पौधों का दैनंदिन जीवन में उपयोग

मदार के वृक्ष में आनेवाले फल से रेशम समान कोमल रुई मिलती है । कहते हैं कि ‘मदार की कपास सावरी के (एक प्रकार वृक्ष) कपास से भी ठंडी होती है ।’

गमले में पौधा कैसे लगाएं और उसकी देखभाल कैसे करें ?

अतः आगामी भीषण आपातकाल में अल्प मूल्य की बहुगुणी विविध औषधीय वनस्पतियां सहजता से उपलब्ध हों, इसके लिए उन्हें अभी से घर के आसपास अथवा खेत में रोपना आवश्यक है

घरके पिछवाडे अथवा बगीचे में लगाई जानेवाली औषधीय वनस्पतियां

अनेक औषधीय वनस्पतियों का साग अच्छा बनता है । कुछ औषधीय पौधों में फल भी लगते हैं । कुछ कंदवर्गीय वनस्पतियों के कन्द पेट भरने के लिए भी खाए जा सकते हैं ।

घर के बरामदे (बालकनी) में भी लगाए जाने योग्य कुछ चयनित औषधीय वनस्पतियां और उनका व्यापक उपयोग

जो लोग सदनिकाआें (फ्लैट्स) अथवा किराए के घरों में रहते हैं वे निम्नांकित १० वनस्पतियां गमलों में अथवा प्लास्टिक की थैलियों में रोपकर, घर के बरामदे में रख सकते हैं ।

औषधीय वनस्पतियों का रोपण साधना के रूप में करें !

औषधीय वनस्पतियों के आसपास का वातावरण जितना सात्त्विक होगा, उतनी वे अधिक सात्त्विक बनती हैं । जितना सत्त्वगुण अधिक हो, उतना ही वनस्पतियोंके औषधीय गुण भी बढते हैं ।