बाली में जागृत ज्वालामुखी युक्त अगुंग पर्वत और समुद्रमंथन में रस्सी का कार्य करनेवाले वासुकी नाग के बेसाखी मंदिर की विशेषताएं !
‘अगुंग पर्वत’ अर्थात धधकता और निरंतर जागृत ज्वालामुखी ! यहां प्रत्येक ५-१० मिनटों में राख का विस्फोट होता है । ३ सहस्र १०५ मीटर ऊंचे पर्वत पर यह ज्वालामुखी गत वर्षभर से जागृत है । इसलिए अनेक बार बाली द्वीप पर आपातकालीन स्थिति निर्माण हुई है । बाली में हिन्दू इस पर्वत को पवित्र मानते हैं ।