महाराष्ट्र में सुप्रसिद्ध कुछ देवियों की जानकारी और उनका इतिहास

नवरात्रि में जिस देवी की पूजा की जाती है, वह देवी मानव के लिए जो उत्कृष्ट गुण होते हैं उनसे सुशोभित होती है । दुर्गा का स्तवन और पूजा करते समय अभिषेक के समय उनकी नामावली कही जाती है । उस नामावली से नारी में कौनसे गुण होने चाहिए, इसका निर्देश मिलता है ।

वर्तमान के ‘ऑनलाईन’ काल में आंखों की उचित देखभाल के लिए आगे दी गईं बातें ध्यान में रखें !

आंखों की देखभाल के विविध उपाय एवं आंखें निरोगी रहने के लिए आदर्श दिनचर्या कैसी होनी चाहिए ? इस विषय में समझ लेंगे ।

शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक स्वास्थ्य की देखभाल ऐसे करें !

शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक और सामाजिक स्वास्थ्य अर्थात सुखसंवेदना अनुभव करने की अवस्था अर्थात स्वास्थ्य ।

महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2024)

‘महाशिवरात्रि’ के काल में भगवान शिव रात्रि का एक प्रहर विश्राम करते हैं । महाशिवरात्रि दक्षिण भारत एवं महाराष्ट्र में शक संवत् कालगणनानुसार माघ कृष्ण चतुर्दशी तथा उत्तर भारत में विक्रम संवत् कालगणनानुसार फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को मनाई जाती है । इस वर्ष महाशिवरात्रि 8 मार्च 2024 को है ।

सर्दियों के विकारों पर सरल उपचार

‘सर्दियों में ठंडी एवं शुष्कता बढ जाती है । उनका योग्य प्रतिकार न करने से विविध विकार होते हैं । इनमें से बहुतांश विकार तेल का उचित उपयोग एवं गर्म सिकाई करने से नियंत्रण में आते हैं ।

अबू धाबी में ‘बी.ए.पी.एस.हिन्दू मंदिर उद्घाटन समारोह में सनातन संस्था के संतों की वंदनीय उपस्थिति !

मंदिर द्वारा 15 फरवरी को आयोजित ‘हार्मनी’ कार्यक्रम में सनातन संस्था की ओर से सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी की आध्यात्मिक उत्तराधिकारिणी श्रीसत्‌शक्ति (श्रीमती) बिंदा सिंगबाळजी एवं श्रीचित्‌शक्ति (श्रीमती) अंजली गाडगीळजी की वंदनीय उपस्थिति रहीं ।

‘वेदशास्त्र रिसर्च एंड फाउंडेशन’ द्वारा सनातन संस्था ‘हिन्दुत्व के आधारस्तंभ’ पुरस्कार से सम्मानित !

‘वेदशास्त्र रिसर्च एंड फाउंडेशन’की ओर से देशभर में सांस्कृतिक, सामाजिक एवं हिन्दुत्व के क्षेत्र में समर्पित भाव से उल्लेखनीय कार्य करनेवाले मान्यवर व्यक्ति एवं संस्था को सम्मानित किया गया । इस समारोह में उत्तराखंड के भूतपूर्व मुख्यमंत्री तथा महाराष्ट्र के भूतपूर्व राज्यपाल श्री. भगतसिंह कोश्यारी के हस्ते सनातन संस्था को ‘हिन्दुत्व के आधारस्तंभ’ (पिलर्स ऑफ हिन्दुत्व) पुरस्कार से सम्मानित किया गया ।

दिल्ली के विश्‍व पुस्तक मेले में सनातन संस्था की ग्रंथ- प्रदर्शनी पर विशिष्ट मान्यवरों की भेंट !

सनातन की अनमोल ग्रंथसंपदा में ‘बालसंस्कार’,‘धर्मशास्त्र ऐसा क्यों कहता है?’, ‘सात्त्विक रंगोलियां, ‘अलंकारशास्त्र’, ‘आचारधर्म’ सात्त्विक आहार, वेशभूषा, केशरचना, निद्रा इत्यादि के विषय में ग्रंथ; ‘देवताओं की उपासना’ ‘धार्मिक और सामाजिक कृतियों के विषय में ग्रंथ तथा ‘बाढ-भूकंप इत्यादि प्राकृतिक आपदाओं के समय स्वयं की रक्षा कैसे करें’ इत्यादि अनेक विषयों पर 364 ग्रंथ प्रकाशित किए गए हैं ।

माघ स्नान (Magh Snan 2024)

माघ स्नान अर्थात माघ माह में पवित्र तीर्थक्षेत्रों के स्थान पर जलस्त्रोतों में किया स्नान । ब्रह्मा, विष्णु, महेश, आदित्य एवं अन्य सर्व देवता माघ माह में विविध तीर्थक्षेत्रों में आकर वहां स्नान करते हैं । इसलिए इस काल में माघ स्नान करने के लिए कहा है ।

माघी श्री गणेश जयंती (Ganesh Jayanti 2024)

गणेशलहरी जिस दिन प्रथम पृथ्वी पर आई, अर्थात जिस दिन गणेशजन्म हुआ, वह दिन था माघ शुद्ध चतुर्थी । तब से गणपति का और चतुर्थी का संबंध जोड दिया गया । माघ शुक्ल पक्ष चतुर्थी ‘श्री गणेश जयंती’ के रूप में मनाई जाती है ।