दिल्ली के विश्‍व पुस्तक मेले में सनातन संस्था की ग्रंथ- प्रदर्शनी पर विशिष्ट मान्यवरों की भेंट !

सनातन की अनमोल ग्रंथसंपदा में ‘बालसंस्कार’,‘धर्मशास्त्र ऐसा क्यों कहता है?’, ‘सात्त्विक रंगोलियां, ‘अलंकारशास्त्र’, ‘आचारधर्म’ सात्त्विक आहार, वेशभूषा, केशरचना, निद्रा इत्यादि के विषय में ग्रंथ; ‘देवताओं की उपासना’ ‘धार्मिक और सामाजिक कृतियों के विषय में ग्रंथ तथा ‘बाढ-भूकंप इत्यादि प्राकृतिक आपदाओं के समय स्वयं की रक्षा कैसे करें’ इत्यादि अनेक विषयों पर 364 ग्रंथ प्रकाशित किए गए हैं ।

श्रीराम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में सनातन संस्था द्‍वारा देशभर में ‘श्रीरामनाम संकीर्तन अभियान’ !

श्रीकृष्ण जन्मभूमि मथुरा के कंकाली देवी मंदिर में गूंजा प्रभु श्रीराम जी का नाम ! ।। श्रीराम जय जय राम जय जय राम ।।

मध्यप्रदेश में दत्त जयंती पर विभिन्न माध्यम से अध्यात्मप्रसार !

१. बांगर दत्त मन्दिर (देवास, मध्यप्रदेश) में ग्रंथ प्रदर्शनी पर उज्जैन के महापौर श्री. मुकेश टटवाल जी ने भेंट दीं ।

फरीदाबाद : गीता जयंती के अवसर पर अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में सनातन संस्था का सहभाग

गीता जयंती के अवसर पर फरीदाबाद (हरीयाणा) में दिनांक 22 दिसंबर और 23 दिसंबर काे एचएसविपी, कन्वेंशन सेंटर, सेक्टर 12 में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन किया गया था । इस महाेत्सव में सनातन संस्था की ओर से ग्रंथ प्रदर्शनि लगाई गई थी, जिसका लाभ 100 से भी अधिक लोगों ने लिया ।

जयपूर, राजस्थान में दशहरे के अवसर पर हरिहर मंदिर में सनातन संस्था की प्रदर्शनी !

सनातन संस्था की और से यहां के शामनगर स्थित हरिहर मंदिर में दशहरे के अवसर पर धर्मशिक्षा देनेवाली फलक प्रदर्शनी एवं सनातन द्वारा प्रकाशित विभिन्न ग्रंथों की प्रदर्शनी लगाई गयी । अनेक जिज्ञासूओं ने इस प्रदर्शनी का लाभ लिया ।

सनातन संस्था की ओर से कृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर ग्रंथ प्रदर्शनी का आयोजन

सनातन संस्था की ओर से श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर हरियाणा राज्य के फरीदाबाद जिले में अलग अलग स्थानों पर ग्रंथ प्रदर्शनी लगाई गई ।

ब्राह्मतेज एवं क्षात्रतेज की उपासना से हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करना संभव ! – सद्गुरु नंदकुमार जाधवजी, धर्मप्रचारक संत, सनातन संस्था

आध्यात्मिक साधना करने से आत्मविश्वास जागृत होता है तथा व्यक्ति तनावमुक्त जीवन जी सकता है । वह साधना कर अपने कृत्य के फल के कार्य की अपेक्षा किए बिना कार्य कर सकता है तथा प्रत्येक कृत्य से आनंद प्राप्त करता है । फल की अपेक्षा रखे बिना काम करने से वह निःस्वार्थ कर्मयोग होता है, जिससे आध्यात्मिक प्रगति भी होती है । केवल ऐसा व्यक्ति ही धर्मरक्षा का कार्य सकता है ।

प्रत्येक व्यक्ति अपने क्षेत्र में कार्यरत रहकर साधना करें ! – पू. प्रदीप खेमका, धर्मप्रचारक, सनातन संस्था (झारखंड)

कोरोना महामारी के काल में लोग भयग्रस्त थे । सर्वत्र ही वैसा वातावरण था, तब भी मेरा व्यवसाय भली-भांति चल रहा था । मेरा ऐसा भाव है कि ‘मेरा व्यापार गुरुदेवजी का है ।’ साधना मैं अपने लिए कर रहा हूं । कोरोना के काल में मेरा व्यवसाय ठीक से चल रहा था ।

दिल्ली के विश्‍व पुस्तक मेले में सनातन संस्था की ग्रंथ-प्रदर्शनी का शुभारंभ !

दिनांक 25 फरवरी से 5 मार्च 2023 के बीच प्रगति मैदान, दिल्ली में हो रहे विश्व पुस्तक मेले में सनातन संस्था द्वारा आध्यात्मिक ग्रंथों की प्रदर्शनी लगाई गई है ।
हिन्दी स्टॉल : हॉल क्र.  2, स्टॉल क्र. 169/170
इंग्लिश स्टॉल  : हॉल क्र. 4, फर्स्ट फ्लोर, स्टॉल क्र.113

पहाड़गंज दिल्ली स्थित नूतन मराठी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में शिक्षकों के लिए तनाव मुक्ति पर सनातन संस्था द्वारा प्रवचन का आयोजन !

दिल्ली, पहाड़गंज यहां के नूतन मराठी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में शिक्षिकाओं के लिए तनाव मुक्ति के विषय में प्रवचन का आयोजन किया गया. इसमें कुमारी कृतिका खत्री ने बताया आज हमारे जीवन में तनाव के विविध कारण हैं। तनाव मुक्त रहने के लिए प्रतिदिन हमें कुछ समय आत्म निरीक्षण करना चाहिए।