घर की फर्श पर पडे दागों की स्वच्छता कैसे करेंगे ?

‘फर्श पर तैलीय पदार्थ गिरा हो, तो सर्वप्रथम सूखे कपडे से उसे पोछ लें । इससे फर्श पर पडा हुआ तेल अथवा घी अन्यत्र फैलेगा नहीं । तदुपरांत छोटे से बर्तन में पानी लेकर उसमें ‘डिटर्जंट पाउडर’ मिलाएं । इस पानी को उबालें । तदुपरांत उसमें कपडा भिगोने डालें । फिर इस पानी को उबालें । तदुपरांत उसमें कपडा भिगोकर-भिगोकर उससे फर्श पोछें ।

वेद और भारतीय तत्वज्ञान ही जगत् को शांति का मार्ग दिखा सकते हैं ! – ग्रीस राजकन्या आयरीन

पिछले ५० वर्षों से हमारा परिवार तत्वज्ञान पर परिषदों और बैठकों का आयोजन कर रहा है । वेद और भारतीय तत्वज्ञान ही विश्‍व को शांति का मार्ग दिखा सकते हैं । वेद, ज्ञान के बहुत बडे स्रोत हैं । वेद प्रत्येक के लिए हैं ।

केवल दर्शनमात्र से ही मनुष्य के पापों को नष्ट करनेवाली नर्मदामाता !

नर्मदाजी का उगम अश्विनी नक्षत्र में दोपहर १२ बजे मध्य प्रदेश के अनुप्पुर जनपद के अमरकंटक में हुआ; इसलिए इस दिन नर्मदा जयंती मनाई जाती है । नर्मदाजी को शिवजी की पुत्री माना जाता है, और उनके केवल दर्शन से ही मनुष्य के पाप नष्ट हो जाते हैं ।

विश्‍वगुरु भारत द्वारा संपूर्ण संसार को दी गई अद्भुत अविष्कारों की देन !

जबतक इस भारतभूमि पर ब्रह्मज्ञानी संतों का अवतरण होता रहेगा, तब तक भारत तथा उसकी संस्कृति की महिमा पुनःपुन प्रकट होती रहेगी । इसका प्रत्यक्षरूप से प्रमाण यह है कि लाखों हिन्दू, जो लोभवश अथवा विदेशी चमक-दमक से प्रभावित होकर भारतीय संस्कृति से दूर जा रहे थे, अब वे पुनः सहयोग, उपदेश तथा दीक्षा से स्वस्थ सहायक, स्नेही और सुखमय जीवन की ओर अग्रसर हो रहे हैं ।

वर्षा ऋतु में सात्त्विक और दैवी तत्त्व प्रक्षेपित करनेवाले वृक्ष लगाएं !

वृक्षों में दैवीतत्त्व और औषधीय गुण होते हैं । इसलिए जब हम इन्हें लगाते हैं, तब वातावरण में दैवी और औषधीय तत्त्व बढता है । इससे सबको लाभ होता है ।

जादूटोना विरोधी कानून सम्मत कराने के दबाव से डॉ. दाभोलकर की हत्या हुई होगी

पुणे : डॉ. नरेंद्र दाभोलकर का हत्या प्रकरण अब एक निराले मोड पर जाने की संभावना है !

४ जुलाई को इंदापुर (जिला पुणे) के श्री. श्रीपाद धर्माजी खरातद्वारा न्यायालय में एक आवेदन प्रविष्ट किया गया है, जिसमें ऐसी संभावना व्यक्त की गई है कि, जादूटोना विरोधी कानून सम्मत कराने के दबाव से डॉ. दाभोलकर की हत्या हुई है।

हिन्दुओ, आनेवाले काल में स्वयं में धर्म के पक्ष में खडे रहने की पात्रता निर्माण करें !

सनातन धर्म का आचरण करना तथा उसमें निहित सिद्धांत, परंपरा तथा उनका वहन करनेवाले संतों पर श्रद्धा रखने से ही सामान्य हिन्दुआें में धर्म के पक्ष में खडे रहने की पात्रता निर्माण होगी । हिन्दुआें, नववर्षारंभदिन के शुभावसर पर ऐसी पात्रता निर्माण करने की सिद्धता करें !

श्यामजी कृष्ण वर्मा

स्वाधीनता आंदोलन के प्रयासों को सबल बनाने हेतु उन्होंने जनवरी १९०५ से इंडियन सोशियोलोजिस्ट नामक मासिक पत्र निकालना प्रारंभ किया और १८ फरवरी, १९०५ को इंडियन होमरूल सोसाइटी की स्थापना इस उद्देश्य से की कि भारतीयों के लिए भारतीयों के द्वारा भारतीयों की सरकार स्थापित हो ।

श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार

आज विश्व के प्रत्येक कोने में हिन्दू संस्कृति के प्रचार में रामायण, गीता, वेदोपनिषद से लेकर प्राचीन भारत के ऋषि-मुनियों की कथाओं को पहुंचाने का एकमात्र श्रेय भाईजी को है ।

बाबाराव सावरकर

वंदे मातरम व स्वतंत्रतालक्ष्मी की जय कहने मात्र से अंग्रेज सरकार ने उन्हें दंडित किया था । ऐसी कठिन परिस्थितियों में भी अपना कार्य आरंभ रखनेवाले बाबाराव सावरकरजी अर्थात,स्वतंत्रतावीर विनायक दामोदर सावरकर के अग्रज थे ।