सनातन पर प्रतिबंध की मांग एक षड्यंत्र! – प्रमोद मुतालिक

देश के लिए प्राणार्पण करनेवाले हुतात्माआें के संबंध में अथवा हिन्दुत्वनिष्ठों की हत्या के संबंध में कोर्इ नहीं बोलता तथा केवल एक ही हत्या को लेकर आंदोलन किए जा रहे हैं आैर मोर्चे निकाले जा रहे हैं तथा उसके द्वारा सनातन संस्था पर प्रतिबंध लगाने की मांग का षड्यंत्र रचा जा रहा है…

समाचारवाहिनी एबीपी माझा के प्रतिनिधियों द्वारा रामनाथी (गोवा) के सनातन आश्रमें घूसकर चित्रीकरण करते हुए झूठे समाचार का प्रसारण !

समाचारवाहिनी एबीपी माझा के संपादक ने वाहिनी के प्रतिनिधियों के आश्रम आने के विषय में सूचित नहीं किया था ।

नई मुंबई के पाठकों ने नालासोपारा  की घटना के पश्चात साधकों को दी हुई प्रतिक्रियाएं

प्रसार माध्यम संतों की कितनी भी अपकीर्ति करें, तब भी पाठकों का सनातन पर  जो विश्‍वास है, वह थोडा भी कम नहीं हुआ है ! 

सनातन संस्थापर प्रतिबंध लगने नहीं देंगे ! – उद्योगपति रवी कामत

उद्योगपति श्री. रवी कामत ने शासन को यह चेतावनी देते हुए कहा कि सनातन संस्था जैसी आध्यात्मिक संस्था को झूठे आरोपों में फंसाकर प्रतिबंध लगाना समाज कभी सहन नहीं करेगा । यहां समस्त हिन्दू ऐक्या की ओर से आयोजित पत्रकार परिषद में उन्होंने यह चेतावनी दी ।

(कहते हैं) सनातन संस्था के षड्यंत्र से ध्यान विचलित करने के लिए विचारकों की गिरफ्तारी !

शहरी नक्सलवादियों को पुणे पुलिस ने बंदी बनाया । तत्पश्चात नक्सलवाद के समर्थक तथा कथित मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने क्रोध से पैर पटकना प्रारंभ कर दिया है । इसी के एक भाग स्वरूप ३० अगस्त को हम शहरी कॉम्रेड के नारे लगाते हुए जनपदाधिकारी कार्यालय के सामने प्रदर्शन किए गए ।

बंदी बनाए हिदुत्वनिष्ठों का सनातन से संबंध दिखाने हेतु ‘पुणे मिरर’द्वारा झूठा समाचार प्रसारित !

ऐसा समाचार दिखाने से पूर्व भी ‘टीवी ९ मराठी’ वृत्तवाहिनी ने क्या किसी से इसकी निश्चिति की थी ? सनातनद्वेष से ग्रस्त ऐसी समाचारवाहिनियां क्या कभी तत्वनिष्ठा से पत्रकारिता करेंगी ?

समाज तक पहुंच कर धर्मजागृति करनेवालीे सनातन संस्था का कार्य अगाध है ! – पू. भाऊ घरत, मठाधिपति, स्वामी समर्थ मठ, पनवेल

सनातन, यह शब्द ही अति प्राचीन है । सनातन संस्था गांव-गली के समाज तक पहुंचकर धर्मजागृति का कार्य करती है ।

टी.वी. ९ वृत्तवाहिनी, उसके मुख्य संपादक एवं संचालक को अभय वर्तक एवं विवेक नाफडे की ओर से कानूनन नोटिस

सनातन संस्था के मानद कानूनविषयक सलाहागार अधिवक्ता रामदास केसरकर की ओर से २७ अगस्त २०१८ को इस संदर्भ में कानूनन नोटिस भेजकर उनसे १० लाख रुपये मानहानि भरपाई की मांग की है.

सनातन पर संभावित बंदी का विरोध कर समाज के सामने सनातन संबंधी सत्य प्रस्तुत करनेवालों के अभिमत !

कार्य करते हुए सनातन के साधकों का, केवल भगवान की नामसाधना के बल पर भक्कम अध्यात्मिक प्रवास हो रहा है । ऐसी ईश्वर, देश एवं धर्म का कार्य करनेवाली संस्था पर कुछ बुद्धिभेदी लोगों द्वारा हो रही प्रतिबंध की मांग यह कहावत सार्थक करती है कि चोर को छोड कर सन्यासी को फांसी दो ।

परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी को मध्यप्रदेश में भेजने की गतिविधियां चल रही हैं, एेसा साफ झूठ समाचार प्रसारित !

डॉ. दाभोलकर, पानसरे, कलबुर्गी आैर गौरी लंकेश की हत्याआें के प्रकरण में सनातन को ‘लक्ष्य’ कर  प्रसारमाध्यम अत्यंत हीन स्तर पर जाकर निरंतर अपकीर्ति कर रहे हैं ।